“रसोई घर: भारतीय जीवन और संस्कृति की झलक”

रसोई घर

—- दुनिया का सबसे बड़ा औषधि केंद्र हमारा रसोई घर है। रसोई घर दुनिया का सबसे पवित्र स्थान है। हमारे रसोई घर में जितने मसाले हैं, सब औषधि है। मसाला अरेबिक शब्द है यह फारसी से अरबी में आया और अरबी से हमारी हिंदी में घुस गया। मुगलों के शासन काल से इस शब्द का प्रयोग अधिक होने लगा। इसके पहले यह शब्द का प्रयोग हमारे शास्त्रों में नहीं मिलते हैं। शास्त्रों में हर स्थान पर औषधि शब्द का प्रयोग किया गया है।

—- रसोई घर में पिछले 25 सालों से हुए बदलाव हमारी बीमारियों की जड़ है। जैसे- मिक्सी, फ्रीज, प्रेशर कुकर, माइक्रोवेव, ओवन, रोटी बनाने की मशीनें, पोछा लगाने की मशीनें , झाड़ू लगाने की मशीनें यदि। 18 से 60 साल तक शरीर श्रम करना चाहिए। पहले शरीर श्रम से लोग थकते थे, बोर नहीं होते थे। बोरियत भारतीय शब्द नहीं है।

—- आज की जी डी पी की गणना का सूत्र अंग्रेजों द्वारा किया गया है। इसकी गणना के घटक में पुलिस विभाग पर किया जाने वाला खर्चा, यादी चोरियां बढ़ी या डकैतियां बढ़ी या जनता को नियंत्रित करने में किए जाने वाला खर्चे सब बढ़ने से जीडीपी बढ़ता है। गृह उद्योग में की जाने वाली चीजें जीडीपी की गणना में शामिल नहीं किए जाते हैं।

—- महिलाओं में आत्मा नहीं होती है ऐसा अंग्रेज मानते हैं। क्योंकि ऐसी मान्यता अंग्रेजों द्वारा माने जाने वाले दार्शनिकों द्वारा दी गयी है। जैसे सुकरात, अरस्तु, प्लूटो, रूसो आदि । इसी प्रकार उनकी मान्यता और संस्कृति में हमेशा से स्त्रियों का स्थान सबसे निम्न स्तर का रहा है।

प्राकृतिक और अप्राकृतिक मिठास

शक्कर तीन प्रकार की होती है

शक्कर तीन प्रकार की होती है ग्लूकोज, सुक्रोज और फर्क्टओज। फल और गुड़ की मिठास फर्र्क्टोस के कारण होती है। जो कि प्राकृतिक के द्वारा बनाई हुई वस्तुओं में ही पाई जाती है अर्थात इस प्रकार की वस्तुएं डायबिटीज के मरीज भी खा सकते हैं। शहद भी खा सकते हैं बशर्ते इसके साथ त्रिफला लेते रहें।

kitchen and dining area
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भारतीय जीवन और संस्कृति की झलक

—- दुनिया का सबसे बड़ा औषधि केंद्र हमारा रसोई घर है। रसोई घर दुनिया का सबसे पवित्र स्थान है। हमारे रसोईघर में जितने मसाले हैं, सब औषधि है। मसाला अरेबिक शब्द है यह फारसी से अरबी में आया और अरबी से हमारी हिंदी में घुस गया। मुगलों के शासन काल से इस शब्द का प्रयोग अधिक होने लगा। इसके पहले यह शब्द का प्रयोग हमारे शास्त्रों में नहीं मिलते हैं। शास्त्रों में हर स्थान पर औषधि शब्द का प्रयोग किया गया है।

—- रसोई घर में पिछले 25 सालों से हुए बदलाव हमारी बीमारियों की जड़ है। जैसे- मिक्सी, फ्रीज, प्रेशर कुकर, माइक्रोवेव, ओवन, रोटी बनाने की मशीनें, पोछा लगाने की मशीनें , झाड़ू लगाने की मशीनें यदि। 18 से 60 साल तक शरीर श्रम करना चाहिए। पहले शरीर श्रम से लोग थकते थे, बोर नहीं होते थे। बोरियत भारतीय शब्द नहीं है।

—- आज की जी डी पी की गणना का सूत्र अंग्रेजों द्वारा किया गया है। इसकी गणना के घटक में पुलिस विभाग पर किया जाने वाला खर्चा, यादी चोरियां बढ़ी या डकैतियां बढ़ी या जनता को नियंत्रित करने में किए जाने वाला खर्चे सब बढ़ने से जीडीपी बढ़ता है। गृह उद्योग में की जाने वाली चीजें जीडीपी की गणना में शामिल नहीं किए जाते हैं।

—- महिलाओं में आत्मा नहीं होती है ऐसा अंग्रेज मानते हैं। क्योंकि ऐसी मान्यता अंग्रेजों द्वारा माने जाने वाले दार्शनिकों द्वारा दी गयी है। जैसे सुकरात, अरस्तु, प्लूटो, रूसो आदि । इसी प्रकार उनकी मान्यता और संस्कृति में हमेशा से स्त्रियों का स्थान सबसे निम्न स्तर का रहा है।

brown wooden kitchen cupboards
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प्राकृतिक और अप्राकृतिक मिठास

शक्कर तीन प्रकार की होती है ग्लूकोज, सुक्रोज और फर्क्टओज। फल और गुड़ की मिठास फर्र्क्टोस के कारण होती है। जो कि प्राकृतिक के द्वारा बनाई हुई वस्तुओं में ही पाई जाती है अर्थात इस प्रकार की वस्तुएं डायबिटीज के मरीज भी खा सकते हैं। शहद भी खा सकते हैं बशर्ते इसके साथ त्रिफला लेते रहें।

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