“शरीर की सही व्यवस्था: धार्मिक और पारंपरिक आदतों का महत्व”
1. शरीर की व्यवस्था अथवा ढांचा इस प्रकार किया गया है जिसमें सोना, चलना और बैठना ही शरीर की सबसे अच्छी अवस्था है। अतः शरीर की व्यवस्था खाड़ा रहने के अनुकूल नहीं बनाई गई है। अतः दैनिक जीवन में कम से कम खड़ा रहना चाहिए। खड़ा रहने की स्थिति में गुरुत्वाकर्षण बल नाभि से ऊपर […]